

कांठ (मुरादाबाद, यूपी)
जिम्मेदारों की अनदेखी की अब हद ही हो गई है। बार बार सड़क हादसे होने के बाद भी मालवाहक वाहनों में सवारियों को ढोने वालों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। क्षेत्र में धड़ल्ले से मालवाहक वाहनों में सवारियों को ढोया जा रहा है। शायद पुलिस और प्रशासन को इससे भी बड़े हादसे का इंतजार है।
कांठ और छजलैट थाना क्षेत्रों में अनदेखी और लापरवाही के कारण तमाम मालवाहक वाहनों में सवारियों को खुलेआम ढोया जा रहा है। कहीं ट्रैक्टर ट्राॅलियों और टिपलरों में बैठाकर महिलाएं, पुरुषों और बच्चे सफर करते दिखाई दे रहे हैं तो कहीं लोडर वाहनों में यात्रियों को इधर से उधर ढोया जा रहा है। पुलिस और प्रशासन इन मालवाहक वाहनों के स्वामियों में कार्रवाई तो दूर ओवरलोडिंग पर भी अंकुश नहीं लगा रहा है।
जबकि ट्रैक्टर ट्राॅलियों का इस्तेमाल सिर्फ कृषि कार्यों के लिए करने के निर्देश हैं। लगातार हो रहे सड़क हादसों के बाद भी जिम्मेदारों की नींद नहीं टूट रही है। कांठ, छजलैट क्षेत्रों में खुलेआम थानों और तहसील के सामने से मालवाहक वाहनों में सवारियों को ढोया जा रहा है। ऐसा लगता है कि पुलिस और प्रशासन को शायद किसी बड़े हादसा का इंतजार है।